मुंबई। महाराष्ट्र में हुई विधायकों की बगावत व सुप्रीम कोर्ट में मामले के बीच उद्धव ठाकरे ने साथ देने वाले 15 विधायकों को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र के माध्यम से इन विधायकों का आभार जताया और कहा-‘आप लोगों ने कठिन समय में मेरा साथ दिया है। किसी भी तरह के दबाव या फिर ऑफर को खारिज करते हुए साथ देने के लिए आप लोगों का धन्यवाद।’ दरअसल, बीते दिनों शिवसेना के 40 विधायक बगावत करने के बाद एकनाथ शिंदे के साथ हो लिए थे। इसके बाद महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिर गई और एकनाथ शिंदे ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
12 सांसद ही बैठक में पहुंचे
वहीं खबर है कि उद्धव ठाकरे को एक और झटका लग सकता है। दरअसल, ठाकरे ने आज राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शिवसेना सांसदों की बैठक बुलाई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 सांसदों में सिर्फ 12 सांसद ही बैठक में पहुंचे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अन्य विधायक जल्द ही शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले ही खबर आ चुकी है कि शिवसेना के कई सांसद शिंदे गुट के संपर्क में हैं। बैठक में शामिल होने के लिए गजानन कीर्तिकर, अरविंद सावंत, विनायक राउत, हेमंत गोडसे, धैर्यशील माने, प्रताप जाधव, सदाशिव लोखंडे, राहुल शेवाले, श्रीरंग बार्ने, राजन विचारे, ओमराज निंबालकर, राजेंद्र गावित पहुंच हैं। इस बैठक से भावना गवली, संजय जाधव, संजय मांडलिक, हेंत पाटिल, श्रीकांत शिंदे, कृपाल तुमाने और कालाबेन देलकर अनुपस्थित हैं।
इस बीच अहमदनगर जिले की नेवासा विधानसभा सीट से विधायक शंकर राव गडख ने उद्धव ठाकरे के समर्थन का ऐलान किया है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में समर्थकों से बातचीत के बाद यह ऐलान किया है। उद्धव ठाकरे को उन्होंने ऐसे वक्त में समर्थन का ऐलान किया है, जब खुद शिवसेना के ही विधायक उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं। उद्धव गुट के साथ जाने का ऐलान करते हुए शंकरराव गडख ने कहा, ‘मुझे शिवसेना और उद्धव ठाकरे की वजह से मंत्री पद मिला। हम जहां हैं वहीं रहने वाले हैं। हम कहीं नहीं जाना चाहते। वह अपने विधानसभा क्षेत्र के इलाके सोनाई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
भारी बारिश में विधायक के समर्थन में जुटे रहे हजारों लोग
शंकरराव गडख ने रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष को आगाह भी किया। उन्होंने कहा कि हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। निर्दलीय विधायक शंकरराव गडख की बुलाई बैठक में हजारों लोग शामिल हुए, जबकि भारी बारिश लगातार जारी थी। शंकरराव ने कहा कि मुझसे भी शिंदे समूह की ओर से संपर्क किया गया था, लेकिन मैंने इनकार कर दिया। इससे पहले उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट करके लोगों से अपील की थी कि वे सोमवार को मुला पब्लिक स्कूल सोनाई में उपस्थित रहें। यहां वह मौजूदा राजनीतिक हालातों पर बात करेंगे। उनकी इस अपील पर ही लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे।
सुप्रीम कोर्ट से भी मिली ठाकरे को फौरी राहत
इस बीच उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट से भी फौरी राहत मिली है। उनकी ओर से अदालत में अर्जी दाखिल की गई थी, जिसमें विधानसभा के नए स्पीकर के चुनाव को चुनौती दी गई थी। अदालत ने इस अर्जी पर ही सॉलिसिटर जनरल से कहा कि वह महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर को बताएं कि इस याचिका पर फैसले तक वह कोई फैसला न लें।