जयपुर। केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश में प्रदर्शन का शनिवार को चैथा दिन है। शुक्रवार को कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने भारी विरोध करते हुए कई स्टेशनों पर तोड़फोड़ और आगजनी की। सेना में भर्ती की योजना अग्निपथ का सबसे ज्यादा विरोध यूपी, बिहार, एमपी, राजस्थान समेत 7 राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। अग्निपथ योजना का विरोध सबसे ज्यादा बिहार में हो रहा है। वहीं राजस्थान में भी कई जिलों में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई। प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, अजमेर अलवर सहित छह जिलों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। आज विरोध की शुरुआत अलवर जिले से हुई है। यहां के बहरोड़ में आर्मी की तैयारी कर रहे युवाओं ने जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर दिया। पुलिस के रोकने पर वह पत्थरबाजी करने लगे। विरोध के चलते यहां तैनात पुलिस से भी प्रदर्शनकारी भिड़ गए। हाईवे के अलग-अलग हिस्सों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। झुंझुनूं जिले में भी स्टूडेंट्स ने सड़क जाम करने की कोशिश की है। यहां के चिड़ावा कस्बे में छात्रों से पुलिस की झड़प भी हुई और रेलवे ट्रैक को भी जाम करने की कोशिश की गई।
जयपुर और जोधपुर में भी विरोध
अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का गुस्सा जयपुर और जोधपुर में भी देखने को मिल रहा है। जयपुर के सांगानेर में स्टूडेंट्स ने रैली निकाली और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, जोधपुर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा
सीकर और श्रीगंगानगर में भी पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा है। युवाओं का कहना है कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के हित में नहीं है। सरकार को इसे वापस लेना होगा अन्यथा उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
शुक्रवार को भी हुआ था उग्र आंदोलन
एक दिन पहले शुक्रवार को भी अलवर, भरतपुर, कोटपूतली, जोधपुर, सीकर सहित प्रदेश के कई जिलों में युवाओं ने विरोध जताया। दो दिनों से राजस्थान में विरोध जारी है। शुक्रवार को कोटपूतली में बसों के शीशे तोड़े थे। वहीं, भरतपुर, श्रीमाधोपुर में उग्र प्रदर्शन किया था। भरतपुर में पुलिस पर पथराव के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए थे। इधर, शनिवार को अलवर में शामिल होने की योजना बनाई है।