नई दिल्ली। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली हैं। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई। सुबह सवा 10 बजे द्रौपदी मुर्मू संसद भवन के सेंट्रल हॉल पहुंचीं और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ली। उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की सादगी उनके राष्ट्रपति भवन पहुंचने के बाद भी जारी रही। आज जब वह राष्ट्रपति पद की शपथ लेने पहुंची तो उनकी सादगी सबको भा गई। संथाली साड़ी, सफेद हवाई चप्पल में संसद के केंद्रीय कक्ष में उन्होंने देश के 15वें राष्ट्रपति की शपथ ली। ओडिशा के मयूरभंज जिले से रायसीना हिल्स की सबसे बड़ी इमारत में कदम रखने वालीं मुर्मू की सरलता में कोई कमी नहीं आई।
मुर्मू की हवाई चप्पल वाली सादगी
देश के सर्वोच्च पद पर शपथ पर पहुंचने वालीं मुर्मू ने इस दौरान भी अपनी सादगी नहीं छोड़ी। सफेद रंग की साड़ी पर हरे और लाल रंग की धारी और सफेद हवाई चप्पल पहन संसद के केंद्रीय कक्ष में पहुंचीं। उनको देश के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने शपथ दिलाई।
मुर्मू ने संथाली साड़ी में ली शपथ
मुर्मू ने संथाली साड़ी में आज राष्ट्रपति पद की शपथ लीं। संथाली साड़ियों के एक छोर में कुछ धारियों का काम होता है और संथाली समुदाय की महिलाएं इसे खास मौकों पर पहनती हैं। संथाली साड़ियों में लम्बाकार में एक समान धारियां होती हैं और दोनों छोरों पर एक जैसी डिजाइन होती है। इस खास अवसर पर मुर्मू ने इस साड़ी को पहना है।
सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं मुर्मू
मुर्मू आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति होंगी। वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं। मुर्मू (64) ने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया। मुर्मू ने निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वैध वोट लेकर जीत दर्ज की। मुर्मू को सिन्हा के 3 लाख 80 हजार 177 वोटों के मुकाबले 6 लाख 76 हजार 803 वोट मिले थे।