नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में नए सैनिकों की भर्ती के लिए बड़े बदलाव का ऐलान किया है। सरकार ने टूर ऑफ ड्यूटी सिस्टम को लेकर आज इसका औपचारिक ऐलान कर दिया। सेना भर्ती के लिए सरकार की ओर से ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ को लॉन्च किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुख की मौजूदगी में इस योजना की शुरूआत का ऐलान किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने योजना की शुरूआत करते हुए कहा कि अग्निपथ भर्ती से रोजगार बढ़ेगा।
यह भी पढ़े :- मोदी सरकार का बड़ा दांव, डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत सेना में चार साल के लिए अग्निवीरों यानी युवाओं की भर्ती की जाएगी। सरकार की ओर से यह कदम सेना की औसत उम्र कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। उन्होंने बताया कि इस समय सेना की उम्र 32 साल है, जिसे अगले कुछ सालों में 26 साल करने का प्रयास किया जाएगा। इन्हें 10 हफ्ते से लेकर छह महीने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी। इन जवानों को होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस किया जाएगा। साथ ही, हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी जवानों के हाथ में दिए जाएंगे।
चार साल के लिए सेना में शामिल होंगे युवा
इस तरह चुने गए कैंडिडेट्स, अग्निवीर के तौर पर 4 साल तक सेना में काम करेंगे। चार साल की सेवा के बाद अग्निवीर सेना की नौकरी छोड़ देंगे। इसके बाद वे समाज में एक स्किल्ड नागरिक के तौर पर वे अनुशासित जीवन जी सकेंगे। मेरिट के आधार पर और सेना की जरूरत के हिसाब से 25 फीसदी अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में समायोजित कर लिया जाएगा।
सैलरी कितनी होगी और क्या होगा टैक्स सिस्टम?
’अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत सालाना सैलरी पैकेज 4-76 लाख रुपये होगी। चैथे साल में यह सैलरी बढ़कर 6-92 लाख रुपये हो जाएगी। इसके अलावा रिस्क और हार्डशिप पैकेज अलग से दिया जाएगा। सेना में 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11-7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज समेत दिया जाएगा। यह पैसा इनकम टैक्स के दायरे से बाहर होगा।