मोगादिशु। सोमालिया (Somalia) के 2 शहरों में बीते बुधवार को अलग-अलग बम हमलों (Bomb Explosion Case) में कम से कम 19 लोग मारे गए हैं और 23 घायल हो गए। दोनों हमले लोअर शबेले क्षेत्र में हुए। पहली घटना मार्का शहर में हुई, जहां एक हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। इसमें 13 लोगों की जान चली गई, जबकि पांच घायल हो गए। दूसरी घटना अफगोय शहर में हुई, जहां दो हमले हुए। इनमें 7 लोग मारे गए, जबकि 18 अन्य घायल हो गए।
पहला धमाका मार्का शहर में हुआ
एक अधिकारी ने बताया कि पहला धमाका मार्का शहर के एडमिनिस्ट्रेटिव हेडक्वार्टर के ठीक बाहर हुआ। मेयर अब्दुल्लाही अली वाफो टारगेट थे। यहां के गवर्नर इब्राहिम अदन अली नाजा ने कहा- आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक जैकेट पहनी हुई थी। जैसे ही वह के एडमिनिस्ट्रेटिव हेडक्वार्टर के बाहर पहुंचा उसने खुद को उड़ा लिया। इस हमले में मेयर अब्दुल्लाही अली वाफो मारे गए। हमलावर समेत 12 लोगों की मौत हो गई।
दूसरा धमाका एक मार्केट में हुआ
अधिकारी ने बताया कि अफगोय शहर के एक स्थानीय बाजार में दो हमले हुए। सड़क किनारे हुए इन 2 विस्फोटों में 7 लोग मारे गए। 18 लोग घायल हुए। अफगोय जिला प्रशासन के पूर्व प्रवक्ता अब्दुकादिर आइडल ने बताया कि दो बारूदी सुरंगों में विस्फोट हुआ। दूसरा धमाका भीषण था। यहां पहले धमाके के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था। तभी दूसरा धमाका हुआ। धमाके में 2 सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है। हालांकि मृतकों की पहचान फिलहाल नहीं हुई है।
अल-शबाब ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस्लामी आतंकवादी समूह अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बता दे, अल-शबाब एक आतंकी संगठन है। अल-शबाब यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स की ही एक कट्टरपंथी शाखा है। अल-शबाब का जन्म 2006 में हुआ। ये सऊदी अरब के वहाबी इस्लाम को मानता है। अल-शबाब का मकसद 2017 में बनी सोमालिया सरकार को जड़ से उखाड़ना है। मोगादिशू शहर यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स के कब्जे में था, जो कि शरिया अदालतों का एक संगठन था। इसका मुखिया शरीफ शेख अहमद था। 2006 में इथियोपिया की सेना ने इस संगठन को हरा दिया और अल-शबाब का जन्म हुआ।